Varanasi news: मां अन्नपूर्णा मंदिर में धान की बालियों से हुआ माता का श्रृंगार, उमड़ा भक्तों का हुजूम
वाराणसी के मां अन्नपूर्णा मंदिर (Maa Annapurna Temple Varanasi) में बड़े ही धूमधाम से धान की बालियों माता का श्रृंगार किया गया।
वाराणसी के मां अन्नपूर्णा मंदिर (Maa Annapurna Temple Varanasi) की ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई है। देशभर से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए हमेशा यहां आते रहते हैं। ऐसी मान्यता है कि मां अन्नपूर्णा मंदिर में जो भक्त दर्शन करके सच्ची श्रद्धा से वर मांगते हैं, उनकी मनोकामना मां जरूर पूर्ण करती हैं। पूर्वांचल के किसान अपनी सबसे पहली फसल को मां अन्नपूर्णा के मंदिर में चढ़ाने के लिए हर साल भेजते हैं। बीते 13 नवंबर को मां अन्नपूर्णा मंदिर में महाव्रत की शुरुआत हुई थी, जिसका मंगलवार को समापन हो गया। इस दौरान धान की बालियों से मां अन्नपूर्णा का श्रृंगार किया गया।
वाराणसी के मां अन्नपूर्णा मंदिर की अनोखी सजावट
मां अन्नपूर्णा मंदिर को इस दौरान बेहद आकर्षक तरीके से सजाया गया था। मंदिर के परिसर में धूमधाम से माता के श्रृंगार की तैयारी की गई थी। मंगलवार को दोपहर में माता को भोग लगाया गया। इसके बाद माता की आरती हुई। गर्भगृह में मां अन्नपूर्णा(maa annapurna temple) का श्रृंगार किया गया। मां अन्नपूर्णा के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हुए थे। वे माता की परिक्रमा कर रहे थे और मन्नते मांग रहे थे।
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वाराणसी के मां अन्नपूर्णा मंदिर की महत्ता
वाराणसी के मां अन्नपूर्णा मंदिर(maa annapurna temple) में हर साल 17 दिनों का व्रत चलता है। अंतिम दिन माता का धान की बालियों से श्रृंगार किया जाता है। श्रृंगार किए जाने के अगले दिन इसे प्रसाद के तौर पर भक्तों के बीच बांट भी दिया जाता है ऐसा माना जाता है कि जो भक्त धान की बालियों को ले जाकर अपने घर में अन्न के भंडार में रख देते हैं, उनके घर में कभी भी अन्न की बिल्कुल भी कमी नहीं होती है। वाराणसी के मां अन्नपूर्णा मंदिर का महत्व इसलिए भी है, क्योंकि ऐसी मान्यता है कि मां अन्नपूर्णा के आशीर्वाद से ही वाराणसी में रहने वाली कोई भी जीव भूखा नहीं रहता है।
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