यूं कमजोर हो रहे फेफड़े, कोरोना काल में ऐसे करें बचाव

यूं कमजोर हो रहे फेफड़े, कोरोना काल में ऐसे करें बचाव
Photo Source: ndianexpress.com

देश में कोविड-19 (COVID-19) की दूसरी लहर के दौरान फेफड़ों को स्वस्थ (healthy lungs) बनाये रखना एक बड़ी चुनौती बन गया है। वह इसलिए कि इस बार बड़ी संख्या में लोग फेफड़ों के संक्रमण (lungs infection) का शिकार हो रहे हैं। कोरोना वायरस (Coronavirus) इस बार फेफड़ों पर हमला बोल रहा है। यही कारण है कि फेफड़ों का मजबूत रखना वक्त की दरकार है। इस लेख में हम आपको फेफड़ों के महत्व से लेकर इसकी खराबी के प्रकार, फेफड़ों के खराब होने के संकेत, इसके खराब होने की वजह, फेफड़ों को खराब होने से बचाने के उपाय और फेफड़ों के खराब होने पर इसके इलाज तक के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।

फेफड़ों के खराब होने की परिभाषा (Definition of weakened lungs)

शरीर में सांस लेने के लिए फेफड़े जरूरी होते हैं। इन फेफड़ों में हवा की छोटी-छोटी थैलियां बनी होती हैं। इन्हीं से खून में ये ऑक्सीजन छोड़ते हैं। फेफड़ों के खराब होने की स्थिति में ये थैलियां द्रव्य से भर जाती हैं और इसके कारण खून में ऑक्सीजन का छोड़ना फेफड़ों के लिए मुश्किल हो जाता है। उसी तरीके से कई बार कार्बन डाइऑक्साइड को शरीर में खून से निकालने में फेफड़े कमजोर पड़ जाते हैं। ऐसे में शरीर के अंदर मौजूद कई अंगों को नुकसान पहुंचने लगता है।

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फेफड़ों में दो प्रकार की खराबी (Two types of weakened lungs)

फेफड़े जो खराब होते हैं, उनकी यह खराबी शरीर में दो तरह की हो सकती है। इसमें पहला टाइप 1 होता है, जिसमें कि ऑक्सीजन का स्तर खून में घट जाता है, जबकि कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर सामान्य रूप से ही बना रहता है। वहीं, टाइप 2 में इसका उल्टा होता है और खून में जहां ऑक्सीजन का स्तर घट जाता है, वहीं कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर में इजाफा हो जाता है।

क्यों खराब होते हैं फेफड़े (Reasons behind weakened lungs)

फेफड़ों के खराब होने की कोई एक वजह नहीं है। इसके पीछे बहुत सी संभावित वजहें हो सकती हैं, जिनके बारे में कोरोना वायरस (Coronavirus) के इस दौर में जान लेना बहुत ही जरूरी है और जो निम्नवत हैं:-

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  • जो लोग शराब का सेवन ज्यादा करते हैं या फिर नशीली दवाई लेते हैं, इसकी वजह से काफी हद तक उनके दिमाग को नुकसान पहुंचता है। इसके कारण उनकी सांस लेने की सामान्य प्रक्रिया बुरी तरीके से प्रभावित हो जाती है।
  • कई बार रीढ़ की हड्डी में चोट लग जाने, शरीर के किसी नस में या मांसपेशियों में किसी तरह की खराबी आ जाने या फिर स्ट्रोक (stroke) आदि की वजह से भी फेफड़ों के खराब (weakened lungs) होने की नौबत आ जाती है।
  • जिन लोगों को गंभीर अस्थमा या फिर इसी तरह की कोई अन्य सांस संबंधी बीमारी होती है, इसकी वजह से भी कई बार फेफड़ों का काम बाधित हो जाता है।
  • सांस लेने के दौरान यदि धुआं अत्यधिक मात्रा में शरीर के अंदर चला जाता है, तो इसकी वजह से फेफड़ों को बड़ा नुकसान पहुंचता है।
  • सीने में, सिर में या फेफड़ों में यदि किसी तरह की चोट लग जाती है, तो अचानक से फेफड़े खराब (weakened lungs) हो जाते हैं।
  • रीढ़ की हड्डी से जुड़ी यदि किसी तरह की परेशानी होती है, तो इसके कारण भी फेफड़ों के खराब होने की आशंका रहती है। इसी तरह की एक बीमारी स्कोलियोसिस (scoliosis) है, जिसमें कि रीढ़ की हड्डी एक ओर से तिरछी हो जाती है।
  • शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (immune system) घटने से और मोटापा आदि से भी फेफड़ों के खराब होने का खतरा बढ़ जाता है।
  • फेफड़ों को खराब करने में निमोनिया (pneumonia) की भी अहम भूमिका होती है।
  • कई बार रेडिएशन थेरेपी (radiation therapy) भी फेफड़ों के खराब होने की वजह बन जाती है।

फेफड़ों के खराब होने के संकेत (Symptoms of weakened lungs)

कोविड-19 (COVID-19) की इस दूसरी लहर के दौरान आपके फेफड़े स्वस्थ (healthy lungs) हैं या नहीं, इसे पहचानने के लिए आप अपने शरीर में कुछ संकेतों या लक्षणों पर गौर कर सकते हैं। यहां बताए गए लक्षण यदि आपको अपने शरीर में नजर आते हैं, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए।

  • सांस लेने में परेशानी शुरू हो जाती है और ठीक तरीके से सांस लेने में नहीं बनता है।
  • दिल तेजी से धड़कना शुरू हो जाता है।
  • नींद अधिक आने लगती है या बेहोशी आने लगती है।
  • सांस का फूलना शुरू हो जाता है।
  • सांस या तो आप बहुत तेजी से लेने लगते हैं या फिर सांस बहुत धीरे-धीरे लेते हैं।
  • तेजी से यदि आप गहरी सांस भी ले रहे हैं, तब भी फेफड़े से जुड़ी समस्या आपको हो सकती है।
  • चिंता यदि आपको अत्यधिक हो रही है या फिर आप उलझन महसूस कर रहे हैं, तब भी फेफड़ों से संबंधित समस्या की गिरफ्त में आप हो सकते हैं।

फेफड़ों को स्वस्थ रखने के उपाय (How to keep lungs healthy)

कोविड-19 (COVID-19) की दूसरी लहर भयावहता को देखते हुए सभी को स्वस्थ फेफड़े (healthy lungs) के महत्व को समझने की और इसका बचाव करने के प्रति गंभीर हो जाने की जरूरत है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि आप अपने फेफड़ों को किन तरीकों से स्वस्थ बनाए रख सकते हैं:-

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  • धूम्रपान की वजह से फेफड़ों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचता है। इसलिए धूम्रपान यदि आप कर रहे हैं, तो आपको इसे पूरी तरीके से बंद कर देना चाहिए।
  • फेफड़ों को स्वस्थ (healthy lungs) रखने में विटामिन डी (Vitamin D) की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। धूप का सेवन यदि आप रोजाना कम-से-कम 20 मिनट के लिए भी कर लेते हैं, तो आपको प्राकृतिक तरीके से पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी की प्राप्ति हो जाती है। इससे बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण से आपके शरीर का बचाव होता है। केवल फेफड़े ही नहीं, बल्कि कई अन्य प्रकार की समस्याओं से भी यह आपके शरीर को बचा लेता है।
  • आपके शरीर को विटामिन डी की प्राप्ति गाय के दूध, साबुत अनाज, मशरूम, दही, फैटी फिश और दलिया आदि से भी होती है। ऐसे में इन्हें आपको अपने आहार में जरूर शामिल करना चाहिए।
  • जिन बीमारियों की वजह से या फिर चोटों के कारण फेफड़ों को अंदरूनी तौर पर नुकसान पहुंचता है, उनके बारे में आपको जानकारी रखनी चाहिए और उनका इलाज वक्त रहते करवा लेना चाहिए।
  • फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए आप बादाम खा कर अपने शरीर को विटामिन ई (Vitamin E) पहुंचा सकते हैं और खट्टे फलों का सेवन करके आप विटामिन सी (Vitamin C) ले सकते हैं। उसी तरीके से विटामिन ए (Vitamin A) की प्राप्ति के लिए आपको मछली, गाजर, अंडा, चिकन और मटर आदि का सेवन करना चाहिए।
  • इनफ्लुएंजा का टीका हर किसी को लगाना बहुत ही जरूरी होता है, क्योंकि यह निमोनिया की चपेट में आने से बचाता है। विशेषकर बुजुर्गों को यह टीका बहुत काम आता है।
  • फेफड़ों को स्वस्थ बनाए रखने में विशेषज्ञों के मुताबिक मेथी के दाने महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि जब आप थोड़ा पानी लेकर एक चम्मच मेथी के दाने को लगभग 5 मिनट तक उबालकर और इसे छानकर गरमा गरम चाय के रूप में दिन में एक से दो बार इसका सेवन करते हैं, तो यह कफ को तोड़ देता है। इससे आसानी से ये शरीर से बाहर निकल जाते हैं और फेफड़े स्वस्थ रहते हैं।
  • फेफड़ों से संबंधित किसी भी समस्या जैसे कि अस्थमा आदि से यदि आप जूझ रहे हैं, तो आपको समय-समय पर इसकी जांच और इसका उपचार करवाते रहना चाहिए, ताकि आपके फेफड़ों के खराब होने का अंदेशा कम हो जाए।
  • कई तरह के प्राणायाम फेफड़ों को स्वस्थ (healthy lungs) रखने में बहुत ही काम आते हैं, क्योंकि इनमें गहरी सांस लेने से पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन आपके फेफड़े तक पहुंच पाती है और इसकी वजह से फेफड़े स्वस्थ रहते हैं।

ऐसे होती है फेफड़ों की जांच (Diagnosis of lungs)

आपके सीने पर डॉक्टर स्थितोस्कोप लगाते हैं और आपकी सांसों को सुनकर और सीने से जो आवाज निकलती है, उसे सुनकर वे इसका पता लगाते हैं कि आपके फेफड़ों की स्थिति क्या है। साथ ही पल्स ऑक्सीमीट्री का भी इस्तेमाल इसके लिए किया जाता है। इससे यह मालूम पड़ जाता है कि ऑक्सीजन आपके शरीर के बाकी हिस्सों में किस तरह से पहुंच रही है। यह बताता है कि पर्याप्त मात्रा में आपके सभी अंगों तक ऑक्सीजन पहुंच पा रहा है या नहीं।

फेफड़ों तक एक पतली और लचीली ट्यूब भी पहुंचा कर इनकी जांच की जाती है, जिसे कि ब्रोंकोस्कॉपी के नाम से जानते हैं। इन सबके अलावा ईसीजी, सीबीसी, पल्मोनरी फंक्शन टेस्ट और छाती का एक्सरे जैसी तकनीकों का भी इस्तेमाल खराब फेफड़ों की जांच के लिए किया जाता है।

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फेफड़े खराब होने से होने वाली परेशानियां (Complications due to weakend Lungs)

ऑक्सीजन का स्तर जब शरीर में खून में घट जाता है, तो ऐसे में लाल रक्त कोशिकाओं के स्तर में बढ़ोतरी हो जाती है, जिससे कि खून का बहाव कम होने की वजह से खून का थक्का जमना शुरू हो जाता है। जब लंबे समय तक ऑक्सीजन खून में कम रह जाता हैं, तो ऐसे में दिमाग तक भी ऑक्सीजन कम पहुंचने लगता है। यह मरीज को कोमा की स्थिति तक में भी पहुंचा देता है। इतना ही नहीं इसकी वजह से कई बार ह्रदय भी फेल हो जाता है। इसके कारण एक्यूट हार्ट अटैक भी आ जाते हैं।

इस तरह से होता है खराब फेफड़ों का इलाज (Treatments for weakned lungs)

कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर के दौरान बहुत से मरीज फेफड़ों की खराबी का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में बहुत से मरीज जो गंभीर हो जा रहे हैं और सांस लेने में उन्हें दिक्कत हो रही है, तो ऐसे में उनके खून में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए उन्हें ऑक्सीजन थेरेपी दी जा रही है। आमतौर पर फेफड़ों की खराबी को दूर करने के लिए डॉक्टर दर्द को घटाने वाली दवाइयों के साथ कई और प्रकार की दवाइयां भी लिख देते हैं, जो सांस लेने में हो रही परेशानी को कम करने में मददगार होते हैं। नसों के जरिए कई बार डॉक्टर कुछ विशेष प्रकार के द्रव को शरीर में पहुंचाते हैं और इसके जरिए भी इसका इलाज करते हैं।

और अंत में

कुल मिलाकर इस लेख को पढ़ने के बाद स्वस्थ फेफड़ों (healthy lungs) की महत्ता का अंदाजा आपको जरूर हो गया होगा। विशेषकर इस कोरोना (COVID-19) महामारी के वक्त तो फेफड़ों को स्वस्थ रखना बहुत ही जरूरी है, क्योंकि अब यह जिंदगी और मौत का विषय बन चुका है। इसलिए यहां जो तरीके बताए गए हैं, उसके मुताबिक आप अपने फेफड़ों को स्वस्थ रखें। साथ ही इसी तरह की अन्य जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट को विजिट भी करते रहें।

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टीम वाराणसी मिरर

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